वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी के जिला जेल में तैनात डिप्टी जेलर मीना कन्नोजिया ने जेल अधीक्षक उमेश सिंह पर प्रताड़ना, शोषण और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि हमने थाने में उनके खिलाफ शिकायत भी की है।
डिप्टी जेलर मीना कन्नोजिया ने कहा कि जेल अधीक्षक उमेश सिंह ने उनके यहां आने के बाद ही उनका उत्पीड़न और भ्रष्टाचार शुरू कर दिया। उनकी यहां तैनाती के एक माह बाद ही रतन प्रिया नामक एक महिला ने उन पर उत्पीड़न और शोषण का आरोप लगाया। लेकिन मामले में कोई सुनवाई नहीं हुई। मैंने चार माह पहले अपने शोषण और उत्पीड़न की शिकायत मुख्यालय में की है। उसका भी कोई जवाब नहीं आया। लेकिन अब दोबारा शिकायत की, तो जांच शुरू है।
मीना ने कहा कि हमें मानसिक तौर से परेशान किया जा रहा है। पहले प्रकरण में कुछ नहीं हुआ है। शासन, प्रशासन, मानवाधिकार आयोग, महिला आयोग और मुख्यमंत्री कार्यालय से कोई जवाब नहीं मिला।
मीना ने आरोप लगाया कि उमेश सिंह महिलाओं के साथ गलत व्यवहार करते हैं। उनके बोलने, बैठने का अंदाज अभद्र है। वह बेल्ट खोल कर बटन खोल कर बैठते हैं। उन्होंने मुझे घर बुलाया था, लेकिन मैने मना कर दिया। मैंने उनसे बोल दिया कि आज तक मैं किसी के घर जाकर नहीं मिली हूं, तब से वह मुझे प्रताड़ित करने लगे। पहले मेरा तबादला हो गया। उसके बाद उनका ट्रांसफर कर दिया।
मीना ने कहा कि मेरे खिलाफ इन्होंने चिट्ठा तैयार कर लिया होगा। कल मैं मुख्यालय जाऊंगी। आज मेरी बेटी ने थाने में तहरीर दी है। लेकिन एफआईआर के लिए समय मांगा गया है।
ज्ञात हो कि डिप्टी जेलर को प्रताड़ित करने और दुर्व्यवहार करने के आरोपों से घिरे वाराणसी जिला जेल के जेल अधीक्षक उमेश सिंह को डीजी जेल ने सोनभद्र जिला कारागार में विशेष ड्यूटी पर नियुक्त किया है। आरोपों के बाद वाराणसी जिला जेल में तैनात रहीं डिप्टी जेलर मीना कन्नोजिया का ट्रांसफर नैनी जेल के लिए कर दिया गया।